कहानी बदहाली से खुशहाली की पराधीनता से आत्मनिर्भरता की
Abhyudaya Charitable Trust INDIA
पहले: घर से बेटे बहू द्वारा पीड़ित होकर आत्महत्या करने निकली थी
अब यहां आकर बेहद खुशी स्वस्थ संतुष्ट एवं आत्मनिर्भर बनी अब और जीने की चाहत जाग उठी है
तथा आराध्या महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा धूप बत्ती, अगर बत्ती, धूप कोन, बड़ी/मेथौरी आदि का निमार्ण कर एन.टी.पी.सी., देवकली मन्दिर प्रर्दशनियों एवं मेलों में स्टॉल लगाकर स्वयं सहायता समूह के द्वारा निर्मित समाग्रियों को अपना स्वरोजगार को बनाकर खुशी से जीवन यापन पिछले 6 वर्षों से कर रहीं हैं।
पहले खून के रिश्ते में मारपीट कर करो ना कॉल में घर से निकाला हर किसी ने करो ना नाम देकर मजाक उड़ाया अब ग्राम प्रधान ने आश्रम का रास्ता दिखाया यहां मां जैसा सुख प्राप्त हुआ तथा आराध्या महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा धूप बत्ती, अगर बत्ती, धूप कोन, बड़ी/मेथौरी आदि का निमार्ण कर एन.टी.पी.सी., देवकली मन्दिर, प्रर्दशनियों एवं मेलों में स्टॉल लगाकर स्वयं सहायता समूह के द्वारा निर्मित समाग्रियों को अपना स्वरोजगार को बनाकर खुशी से जीवन यापन पिछले 2 वर्षों से कर रहीं हैं।
पहले बहू और बेटे ने सारी संपत्ति अपने नाम लिखाकर के इनको प्रताड़ित करके वृद्ध आश्रम में छोड़ गए अब आराध्य महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा धूपबत्ती अगरबत्ती धूप कौन बड़ी मैं थोड़ी आदि का निर्माण कर रही है
एन.टी.पी.सी , देवकली मन्दिर एवं प्रर्दशनियों एवं मेलों में स्टॉल लगाकर एस. स्वयं सहायता समूह के द्वारा निर्मित समाग्रियों को अपना स्वरोजगार को बनाकर खुशी से जीवन यापन पिछले 5 वर्षों से कर रहीं हैं।
Noteवृद्ध महिलाएं और आराध्या महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से धूपबत्ती अगरबत्ती धूप कौन गुलाब जल आदि का निर्माण कर रही है जो अमेजॉन फ्लिपकार्ट आदि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है